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स्वरूप रानी अस्पताल में तीमारदारों ने डॉक्टरों की करी जमकर पिटाई, जूनियर डॉक्टर बैठे धरने पर


  • स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में बेड नहीं मिलने पर मरीज के तीमारदारों ने डॉक्टरों की जमकर पिटाई कर दी
  • कार्रवाई की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर धरने पर बैठे


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तीमारदारों पर आरोप है कि उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के साथ ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड से मारपीट की, जिसमें डॉक्टरों को चोट आई है। वहीं, मारपीट की घटना में मरीज के तीमारदारों को भी गंभीर चोटें आई हैं।

प्रयागराज : कोविड-19 मरीजों के इलाज को लेकर हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज  में कोविड-19 लेवल थ्री एसआरएन अस्पताल में मरीज को भर्ती कराने को लेकर जमकर बवाल हुआ है। तड़के लगभग 3 बजे एक कोविड मरीज को भर्ती कराने को लेकर तीमारदार डॉक्टरों से ही भिड़ गए। तीमारदारों पर आरोप है कि उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के साथ ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड से मारपीट की, जिसमें डॉक्टरों को चोट आई हैं।

दरअसल तीमारदार एक मरीज को लेकर कोविड-19 लेवल थ्री एसआरएन अस्पताल पहुंचे थे। कोविड वार्ड नंबर-2 में तैनात डॉ रजत पांडेय, डॉक्टर वैभव और डॉक्टर विरे गोयल ने बेड खाली ना होने के चलते मरीज को भर्ती करने से इंकार कर दिया। इसके बाद गुस्साए तीमारदारों ने मरीज को ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड से ही डाक्टरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। चिकित्सकों का आरोप है कि मौके पर मौजूद चार पुलिस कर्मियों ने भी कोई बीच-बचाव नहीं किया। जब अस्पताल के दूसरे डॉक्टर और कर्मचारी इकट्ठा होने लगे, तब पुलिस ने चारों उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया।


डॉक्टरों और कर्मचारियों में भारी आक्रोश 

इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। इस घटना से नाराज़ अस्पताल में सभी वार्डों के डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर दिया है और धरने पर बैठ गए हैं। अस्पताल के ईएमओ डॉ सूर्यभान कुशवाहा समेत सभी डॉक्टर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण के दौर में वे लोग अपनी जान की परवाह न करते हुए काम कर रहे हैं। लेकिन तीमारदारों द्वारा जिस तरह मारपीट की जा रही है, इससे उनमें भय का माहौल पैदा हो रहा है।


डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार से हड़कंप 

डॉक्टरों ने कहा है कि उन्हें सुरक्षा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के बगैर वे काम पर नहीं लौटेंगे। वहीं अस्पताल में हुए बवाल और जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए एसपी सिटी दिनेश सिंह कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए हैं।

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