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प्रयागराज में बड़ा मंगल का उल्लास: आस्था, भक्ति और सेवा का संगम

प्रयागराज में बड़ा मंगल का उल्लास: हनुमान भक्ति, सामाजिक सौहार्द और सेवा का उत्सव



प्रयागराज में बड़ा मंगल का उल्लास: आस्था, भक्ति और सेवा का संगम

  • मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जगह-जगह लगे भंडारे और मुस्लिम समाज की भी सेवा में सहभागिता

प्रयागराज। ज्येष्ठ मास के मंगलवार को मनाया जाने वाला बड़ा मंगल पर्व प्रयागराज में आस्था, श्रद्धा और सामाजिक एकता का अद्भुत उदाहरण बनकर सामने आया। हनुमान जी को समर्पित इस पर्व पर शहर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और भंडारों के माध्यम से भक्तों ने सेवा भाव का परिचय दिया।


शहर भर में भक्ति का माहौल

सुबह से ही शहर के बड़े मंदिरों जैसे अलोपशंकरी हनुमान मंदिर, झूंसी हनुमान मंदिर, नैनी के संकटमोचन मंदिर, बमरौली, कर्नलगंज, और सिविल लाइंस में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। श्रद्धालुओं ने सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, और आरती का पाठ कर भगवान से सुख-शांति और परिवार की मंगलकामना की।


भंडारों में उमड़ा जनसैलाब

बड़ा मंगल पर सामाजिक संगठनों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और आम नागरिकों ने जगह-जगह भंडारे लगाए। पूड़ी-सब्जी, हलवा, चने, पानी, शरबत और ठंडाई वितरण से सड़कों पर सेवा का माहौल दिखा। कई स्थानों पर मेडिकल कैम्प भी लगाए गए।


मुस्लिम समाज की भागीदारी बनी मिसाल

धार्मिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण देखने को मिला जब मुस्लिम समाज के युवाओं ने भी भंडारों में सेवा दी। भंडारा आयोजन में उन्होंने पूरी श्रद्धा से भाग लिया, जिससे गंगा-जमुनी तहज़ीब की एक और मिसाल बनी।


प्रशासन की चाकचौबंद व्यवस्था

प्रयागराज जिला प्रशासन ने पर्व की महत्ता को देखते हुए यातायात नियंत्रण, साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम किए। जगह-जगह पुलिस तैनात रही, मेडिकल टीमें सक्रिय रहीं और नगर निगम ने सफाई की जिम्मेदारी संभाली।


पर्यावरण के प्रति जागरूकता

कई स्थानों पर पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक के स्थान पर पत्तल, कुल्हड़ और पेपर कप का इस्तेमाल किया गया। आयोजकों ने लोगों से अपील की कि सेवा के साथ पर्यावरण का भी ध्यान रखें।

व्यापारिक गतिविधियाँ भी हुईं तेज़

इस पर्व के दौरान प्रसाद, फूल, पूजन सामग्री, फल और मिठाइयों की बिक्री में बड़ा इज़ाफ़ा देखा गया। छोटे दुकानदारों और स्थानीय व्यापारियों को बड़ा लाभ हुआ।


शांति और श्रद्धा का संदेश

बड़ा मंगल केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक सहयोग, सद्भावना और मानवता की सेवा का पर्व बन चुका है। प्रयागराज में यह पर्व सामाजिक एकजुटता का प्रतीक बन गया है।


जय श्रीराम! जय हनुमान! 🚩🚩🙏🚩🚩

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