ढोलक कार्यशाला के दूसरे दिन कहरवा ताल की मिली शिक्षा
पारंपरिक लोक कला से जुड़े 52 प्रशिक्षार्थी
संस्कृति विभाग द्वारा नैनी में आयोजित कार्यशाला में बढ़ा महिलाओं का उत्साह
नैनी। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के तत्वावधान में चल रही सात दिवसीय निशुल्क ढोलक वादन कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों को कहरवा ताल की बारीकियों की जानकारी दी गई। उत्तर प्रदेश लोक जनजाति संस्कृति संस्थान द्वारा एसएस कान्वेंट इंटर कॉलेज त्रिवेणी नगर, नैनी में आयोजित इस कार्यशाला में प्रशिक्षक मनजीत सिंह एवं सहयोगी नीतू राय ने महिलाओं को पारंपरिक रूप से शादी-ब्याह आदि अवसरों पर बजाई जाने वाली ढोलक विधा का अभ्यास करवाया।
कार्यशाला संयोजिका श्वेता श्रीवास्तव के संयोजन में चल रही इस पहल में दूसरे दिन कुल 52 प्रशिक्षार्थियों की उपस्थिति रही। सभी ने न केवल ध्यानपूर्वक शिक्षा प्राप्त की, बल्कि लोक कला के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई।
संस्था के प्रबंधक ने बताया कि कार्यशाला को लेकर प्रशिक्षार्थियों में जबरदस्त उत्साह है और संस्कृति विभाग की यह पहल उन्हें एक नई पहचान और दिशा प्रदान कर रही है। इस अवसर पर आशीष शर्मा, अभिषेक सिंह, देवराज सिंह, दिलीप कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यशाला का उद्देश्य न केवल लोक कला को संरक्षित करना है, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना भी है।
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