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वर्ड कप में पहली बार "टाइम आउट"

श्रीलंका के पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज टाइम आउट दिये जाने वाले पहले बल्लेबाज बने

मचा बवाल जब श्रीलंका ने 1 गेंद में गंवाए 2 विकेट, एंजेलो मैथ्यूज हो गए ‘टाइम आउट’


Word Cup

बांग्लादेश पहले ही इस वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी थी, जबकि श्रीलंका की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो गई हैं। ऐसे में ये मैच दोनों टीमों के लिए इज्जत का सवाल ज्यादा है। इस कोशिश में ही बांग्लादेश ने विकेट का ऐसा तरीका अपनाया जो क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया था।

बांग्लादेश पहले ही इस वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी थी, जबकि श्रीलंका की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो गई हैं। सहाब में ये मैच दोनों टीमों के लिए इज्जत का सवाल ज्यादा है। इस कोशिश में ही बांग्लादेश ने विकेट का ऐसा तरीका अपनाया जो क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया था।

नई दिल्ली में सोमवार 6 नवंबर को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मुकाबले पर नजरें टिकी थीं। दिल्ली में फैले प्रदूषण के कारण हर कोई ये देखना चाहता था कि क्या मैच होता है या नहीं। खैर मैच तो हुआ लेकिन इसके बाद जो देखने को मिला, उसने हर किसी को चौंका दिया। पहले बल्लेबाजी कर रही श्रीलंकाई टीम ने 25वें ओवर में तीसरा विकेट गंवा दिया था। बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन की दूसरी गेंद पर सदीरा समरविक्रमा का विकेट हासिल कर लिया। फिर क्रीज पर आए अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज और शुरू हो गया बवाल।

मैथ्यूज जैसे ही स्ट्राइक लेने के लिए पहुंचे, वो अपना हेल्मेट ठीक करने लगे। जब वो ऐसा कर रहे थे तभी उनके हेल्मेट की पट्टी टूट गई. अब बिना सही हेल्मेट के वो पारी शुरू नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने तुरंत अपना हेल्मेट उतारते हुए टीम ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करते हुए दूसरा हेल्मेट मंगाया। श्रीलंकाई टीम का खिलाड़ी जब तक दूसरा हेल्मेट लेकर आता, तब तक बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायर से अपील की। अपील थी – टाइम आउट की।

कुछ देर की चर्चा के बाद अंपायर ने मैथ्यूज को वापस जाने के निर्देश दे दिए क्योंकि वो टाइम आउट हो गए थे। मैथ्यूज ने अंपायर के सामने अपना पक्ष रखा कि उनका हेल्मेट का स्ट्रैप टूट गया था और इसलिए ऐसी स्थिति आई। यही बात उन्होंने बांग्लादेशी टीम के पास जाकर उनके कप्तान शाकिब से भी की लेकिन शाकिब ने अपनी अपील वापस नहीं ली। नतीजा यही हुआ कि मैथ्यूज को वापस लौटना पड़ा। जाहिर तौर पर वो गुस्से में थे और उन्होंने बाउंड्री पार करते हुए अपना हेल्मेट और बैट फेंक दिया।

असल में वर्ल्ड कप के प्लेइंग कंडीशंस के मुताबिक, किसी भी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने के बाद आने वाले अगले बल्लेबाज को 2 मिनट के अंदर क्रीज पर पहुंचकर गेंदबाज का सामना करने के लिए तैयार रहना होता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फील्डिंग टीम की अपील पर अंपायर उसे ‘टाइम आउट’ दे सकता है।

बांग्लादेश पहले ही इस वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी थी, जबकि श्रीलंका की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो गई हैं। ऐसे में ये मैच दोनों टीमों के लिए इज्जत का सवाल ज्यादा है। इस कोशिश में ही बांग्लादेश ने विकेट का ऐसा तरीका अपनाया जो क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया था।

बांग्लादेश पहले ही इस वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी थी, जबकि श्रीलंका की उम्मीदें भी लगभग खत्म हो गई हैं। ऐसे में ये मैच दोनों टीमों के लिए इज्जत का सवाल ज्यादा है। इस कोशिश में ही बांग्लादेश ने विकेट का ऐसा तरीका अपनाया जो क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया था।

नई दिल्ली में सोमवार 6 नवंबर को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मुकाबले पर नजरें टिकी थीं। दिल्ली में फैले प्रदूषण के कारण हर कोई ये देखना चाहता था कि क्या मैच होता है या नहीं। खैर मैच तो हुआ लेकिन इसके बाद जो देखने को मिला, उसने हर किसी को चौंका दिया। पहले बल्लेबाजी कर रही श्रीलंकाई टीम ने 25वें ओवर में तीसरा विकेट गंवा दिया था। बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन की दूसरी गेंद पर सदीरा समरविक्रमा का विकेट हासिल कर लिया। फिर क्रीज पर आए अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज और शुरू हो गया बवाल।

मैथ्यूज जैसे ही स्ट्राइक लेने के लिए पहुंचे, वो अपना हेल्मेट ठीक करने लगे. जब वो ऐसा कर रहे थे तभी उनके हेल्मेट की पट्टी टूट गई। अब बिना सही हेल्मेट के वो पारी शुरू नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने तुरंत अपना हेल्मेट उतारते हुए टीम ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करते हुए दूसरा हेल्मेट मंगाया। श्रीलंकाई टीम का खिलाड़ी जब तक दूसरा हेल्मेट लेकर आता, तब तक बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायर से अपील की। अपील थी – टाइम आउट की।

कुछ देर की चर्चा के बाद अंपायर ने मैथ्यूज को वापस जाने के निर्देश दे दिए क्योंकि वो टाइम आउट हो गए थे। मैथ्यूज ने अंपायर के सामने अपना पक्ष रखा कि उनका हेल्मेट का स्ट्रैप टूट गया था और इसलिए ऐसी स्थिति आई। यही बात उन्होंने बांग्लादेशी टीम के पास जाकर उनके कप्तान शाकिब से भी की लेकिन शाकिब ने अपनी अपील वापस नहीं ली। नतीजा यही हुआ कि मैथ्यूज को वापस लौटना पड़ा। जाहिर तौर पर वो गुस्से में थे और उन्होंने बाउंड्री पार करते हुए अपना हेल्मेट और बैट फेंक दिया.

असल में वर्ल्ड कप के प्लेइंग कंडीशंस के मुताबिक, किसी भी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने के बाद आने वाले अगले बल्लेबाज को 2 मिनट के अंदर क्रीज पर पहुंचकर गेंदबाज का सामना करने के लिए तैयार रहना होता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फील्डिंग टीम की अपील पर अंपायर उसे ‘टाइम आउट’ दे सकता है।

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