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इनकाउंटर अब दायं दायं से सुर्खियों में आए प्रियांशु


इनकाउंटर अब दायं दायं से सुर्खियों में आए प्रियांशु

DEVA TV

प्रयागराज। प्रयागराज के जाने माने गायक एवं अभिनेता प्रियांशु श्रीवास्तव इन दिनों अपने नए गीत " इनकाउंटर अब दायं दायं" से देशभर में काफी सुर्खियों में चल रहे हैं, होली के अवसर पर प्रियांशु द्वारा गाये हुए इस गीत को जी मीडिया ने  राष्ट्रीय चैनल पर  लाइव प्रस्तुति कराकर लाखो लोगो तक इस गीत को पहुंचाया था उसके बाद से एक सप्ताह में ही जी न्यूज़ उत्तर प्रदेश पर ये गीत ट्रेंडिंग में आ गया और प्रयागराज के वर्तमान हालात को बयां करता हुआ ये गीत हर राष्ट्रप्रेमी की जुबान पर सुना जाने लगा,इन दिनों प्रयागराज के युवाओं ने इस गीत को अपने स्टेटस पर भी लगाकर होली पर प्रयाग में उमेश पाल के अपराधियों के इनकाउंटर पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा की गई सकारात्मक कार्यवाही को समर्थन दिया है,सिर्फ युवा ही नही कुछ दिनो से सोशल मीडिया  प्लेटफार्म पर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं एवं वरिष्ठ नेताओं के द्वारा भी ये गीत शेयर किया गया है,प्रियांशु से पूछने पर उन्होंने बताया की वो एक कलाकार है उनका उद्देश्य हर  प्रकार से सामाजिक समरसता को बनाकर रखना है परंतु वर्तमान हालात को जनता तक लेकर आना भी कवि एवं कलाकारों का फर्ज है, इस कारण से इस गीत को उन्होंने लिखा ,उन्होंने बताया की उन्हें भी नही पता था की ये गीत इतना पसंद किया जाएगा ।उन्होंने बताया की आज ही पार्टी के वरिष्ठ प्रतिनिधि ने बताया है की  इस गीत को उप मुख्यमंत्री महोदय द्वारा भी काफी सराहा गया है और इसे सुचारू रूप से रिकॉर्ड कर प्रदेश में व्यापक रूप से प्रचारित प्रसारित भी पार्टी के सहयोग से जल्द किया जाने की बात चल रही है।

प्रियांशु ने मुख्यमंत्री महोदय  की तारीफ करते हुए कहा की जितना संभव होगा वो अपनी लेखनी एवं आवाज से भारतीय जनता पार्टी के अच्छे कार्यों के प्रचार प्रसार करते रहेंगे, हालाकि गीत पर  विभिन्न प्रकार के विरोधो एवं  अवरोधों पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा की जब यू पी में है हम सबके अभिभावक हमारे योगी बाबा ,तो डर फिर काहे का।

प्रियांशु के एक सरकारी कर्मचारी होते हुए ऐसे गीतों के गाने पर उन्होंने कहा की  राष्ट्रभक्ति करने से किसी को कोई रोक नहीं सकता और लोक सेवक आचरण नियमावली में समाज हित में कार्य करना सभी सरकारी कर्मचारियों का उद्देश्य होना चाहिए और रही बात नियमावली की तो आचरण के विरुद्ध एवं भ्रष्टाचार में लिप्त लोक सेवकों को दो टूक उन्होंने कहा की अगर मैं राष्ट्र भक्ति के गीतों को गा सकता हूं तो लोक सेवक होकर भ्रष्टाचार करने वालो का गुडगान करने में उन्हें और खुशी मिलेगी। इसलिए एक कलाकार को उसका कर्तव्य करने में बाधा बनने की चेष्टा न कर राष्ट्र हित में सभी से सहयोग करने की अपील की।

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