अभिलेख एवं पाण्डुलिपि अभिरुचि विषयक कार्यशाला के तीसरे दिन ऐतिहासिक संदर्भों और पत्रकारिता पर हुई चर्चा
देवा टीवी
प्रयागराज। संस्कृति विभाग, क्षेत्रीय अभिलेखागार प्रयागराज द्वारा छह दिवसीय अभिलेख/पाण्डुलिपि अभिरुचि विषयक कार्यशाला के तीसरे दिन का आयोजन केन्द्रीय राज्य पुस्तकालय परिसर, मेडिकल चौराहा में किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए लगभग 120 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जमील अहमद, सहायक प्राध्यापक, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज प्रयागराज ने अपने संबोधन में सम्राट अशोक, समुद्रगुप्त और हरिषेण जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के अभिलेखों के महत्व पर प्रकाश डाला। हरिश्चंद्र दुबे, प्राविधिक सहायक (संस्कृत) ने संस्कृत पाण्डुलिपियों में शोध की संभावनाओं पर विस्तारपूर्वक व्याख्यान दिया।
वहीं, कार्यक्रम के विशेष आकर्षण के रूप में युवाओं के प्रेरणा स्रोत, गायक, उद्घोषक एवं दूरदर्शन लखनऊ के आकस्मिक प्रस्तोता प्रियांशु दीपक उपस्थित रहे। जिन्होंने वर्तमान एवं अतीत की पत्रकारिता पर गहन चर्चा की। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान क्रांतिकारियों ने पत्रकारिता को वैचारिक संघर्ष का सशक्त माध्यम बनाया और समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन शैलेन्द्र यादव, प्राविधिक सहायक (परिरक्षण), उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार, लखनऊ द्वारा किया गया। राकेश कुमार वर्मा, प्राविधिक सहायक (इतिहास) ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राम आसरे सरोज, पुस्तकालयाध्यक्ष, केंद्रीय राज्य पुस्तकालय तथा रूसी श्रीवास्तव, ज्येष्ठ प्राविधिक सहायक सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
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